हदीस: फज़र और असर पाबन्दी से अदा करना।

हदीस: रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया: "हरगिज़ वह शख़्स जहन्नम में दाखिल नहीं होगा जो सूरज निकलने से पहले और सूरज डूबने से पहले नमाज़ पढ़ता है। यानि फज्र और अस्र की नमाज़।" Sahih Muslim 634 a Book 5, Hadith 272
हदीस: फज़र और असर पाबन्दी से अदा करना।

۞ हदीस: रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया: 

"हरगिज़ वह शख़्स जहन्नम में दाखिल नहीं होगा जो सूरज निकलने से पहले और सूरज डूबने से पहले नमाज़ पढ़ता है। यानि फज्र और अस्र की नमाज़।"



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