कौमों पर अज़ाब क्यों आते है?
रसूलल्लाह सल्ल. ने कौमों पर आने वाले अज़ाब के बारे में फरमाया:
1️⃣ पहली ये कि जब किसी क़ौम में खुल्लम- खुल्ला फहश (बुराईयां और जिनाकारी) होने लग जाये तो उनमें ताऊन और ऐसी बीमारियां फूट पड़ती है, जो उनसे पहले लोगों में नहीं पाई जाती थी।
2️⃣ दूसरी ये कि जब लोग नाप-तोल में कमी करने लग जाते हैं, तो अकाल, मआशी तंगी (आर्थिक संकट) और अपने हुक्मरानों की ज्यादती का शिकार हो जाते हैं।
3️⃣ तीसरी ये कि जब लोग अपनी दौलत की ज़कात अदा नहीं करते हैं तो अल्लाह तआला आसमान से बारिश रोक देता है। अगर जमीन में जानदार न होते तो आसमान से पानी का एक क़तरा भी न गिरता।
4️⃣ चौथी ये कि जब लोग अल्लाह और उसके रसूल सल्ल. से अहद और पैमान को तोड़ देते हैं तो अल्लाह तआला दूसरे लोगों में से किसी दुश्मन को उन पर मुसल्लत (हावी) कर देता है, वो (दुश्मन) जो कुछ उनके पास होता है, उनसे छीन लेता है।
5️⃣ पाँचवी ये कि जब उनके हुक्मरान अल्लाह तआला की किताब के मुताबिक फैसले नहीं करते, और अल्लाह ने जो नाज़िल किया है उसे नहीं अपनाते; तो अल्लाह तआला उनमें फूट और इख़्तेलाफ़ डाल देता है।