बिना सही दलील के कोई मैसेज किसी को मत भेजो
ऐ ईमानवालो!
अगर कोई बदकिरदार तुम्हारे पास कोई खबर लेकर आए
तो खूब तहक़ीक़ कर लिया करो (ऐसा न हो) कि तुम किसी क़ौम को
नादानी से नुक़सान पहुँचाओ फिर अपने किए पर नादिम हो!
रसूलअल्लाह (सलल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया:
"जो शख्स मेरे नाम से वह बात(हदीस) बयान करे जो मेंने नहीं कही,
तो वह(शख्स) अपना ठिकाना जहन्नुम में बना ले।"Sahih Bukhari:109
रसूलअल्लाह (सलल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया:
"किसी शख्स के झूठा होने के लिये यही काफी है कि
वो जो कुछ सुने(बिना तहकीक किये)बयान करता फिरे।"Sahih Muslim:7,8,9,10,11
अल्लाह तआला हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल की तौफीक दे,
और हर तरह के फ़ितनो से हमारे इमां की हिफाज़त फरमाए, अमीन।