इस्लाम के खिलाफ दुष्प्रचार / प्रोपेगंडा क्यों फैलाया जाता है ?

जानिए इस्लामी निजाम के खिलाफ दुष्प्रचार / प्रोपेगंडा क्यों फैलाया जाता है ?

इस्लामी निजाम की मुखालिफत क्यों ?

इंटरनेट, सोशल मीडिया, अखबारो में दिन-रात इस्लाम के खिलाफ जो दुष्प्रचार किया जाता है, इसकी असल वजह आखिर क्या है ? जानिए आखिर इस्लामी निजाम के खिलाफ दुष्प्रचार और प्रोपेगंडा क्यों फैलाया जाता है ?

Islam ke khilaf itne propaganda kyu | जानिए इस्लामी निजाम के खिलाफ साजिश / दुष्प्रचार / प्रोपेगंडा क्यों फैलाया जाता है ?

जानिए इस्लामी निजाम के खिलाफ दुष्प्रचार / प्रोपेगंडा क्यों फैलाया जाता है ?

इस्लाम के खिलाफ शरारती लोग दिन रात साजिशे इसीलिए करते है क्यूंकि उन्हें पता है के अगर इस्लामी कानून लागू हो गया तो :

1-  सबसे पहले शराब की बड़ी बड़ी कंपनियां बंद हो जाएंगी बीयर बार बंद हो जाएंगे ठेके बंद हो जाएंगे।

2  - सुदखोरी वाला बैंक सिस्टम बंद हो जायेगा जिससे गरीबों का खून चूसने को नही मिलेगा।

3  - टैक्स ढाई परसेंट करना पड़ेगा जिससे महगाई कम होगी।

4 -  औरतों के जिस्मों को नोचने वाले बड़े बड़े कोठे बंद हो जाएंगे जिससे दलालों को मेहनत करके खाना पड़ेगा।

5 - लीव इन रिलेशन सिस्टम खत्म हो जाएगा जिससे औरतों का यूज एंड थ्रो वाला सिस्टम खत्म हो जाएगा।

6 - अदालतों में बीस बीस साल मुकदमा नहीं चलेगा बल्कि तुरंत फैसला देना होगा जिससे बेगुनाहों को बीस बीस साल जेल में नही गुजारना पड़ेगा  और पैसे वाले मुजरिमों को कानून की धज्जियां उड़ाने का मौका नहीं मिलेगा।

7-  बलात्कारी को मौत की सजा मिलेगी वो भी तुरंत जिससे कोई बलात्कारी नेता मंत्री नहीं बन पाएगा 

8-  चोर के हाथ काट दिए जायेंगे जिससे चोरी खत्म होगी लोग सुकून से रहेंगे 

9-  पोर्न इंडस्ट्री पूरी तरह खत्म हो जाएगी जिससे कारपोरेट को बड़ा नुकसान होगा 

इसी लिए इस्लाम के खिलाफ दिन रात प्रोपगेंडा फैलाया जाता है क्योंकि उनको पता है इस्लामी निजाम का मतलब है बराबरी की हिस्सेदारी 1% लोग 99% लोगों को नहीं लूट पाएंगे,,, 

इस लिये इस्लाम को बदनाम करने के लिये इस्लाम दुश्मन ताकते नित नये प्रोपेगैंडा लोगो मै फैलाते है, लेकिन इंशअल्लाह इस्लाम दुनिया का आखिर दीन है जो पुरी दुनिया मे छाकर रहेगा चाहे बातील पुरी ताकत लगा ले ये मिट नही सकता क्योंकि अल्लाह का पसंदीदा दीन है इस्लाम ☝️

और भी पढ़े :

एक टिप्पणी भेजें

© Hindi | Ummat-e-Nabi.com. All rights reserved. Distributed by ASThemesWorld