"आधा रमजान का महिना गुजर चुका है!"
इमाम इब्नुल जब्ज़ी रहीमुहुल्लाह फरमाते हैं:
"ऐ लोगो! तुम्हारा महिना आधा गुजर गया...
तो क्या तुम में से किसी ने अपने नफ्स को कुछ कर ताबे फरमान बनाया?
क्या तुम ने उन बातो पर अमल किया है जो तुम्हीं पोहंची? क्या तुम्हें आला मंजिल को पाने का कोई शौक पड़ा हुआ?
- इन दिनोंमें नेकियां करने वालो अपना काम जारी रखो!
और इन दिनोंमें बुराइयां करने वाले अपने आप को डांट डपट और मालामत करो!
*अगर इस महिने में भी ख़सारा ही उठाना है तो नफा कब कमाओगे?
अगर अब भी नुकसानात को खैरआबाद कह कर फवायद की तरफ़ सफर आगे नहीं बढ़ाओगे तो कब बढ़ाओगे ?
📕 तबसीरतु फिल्म वाज़ी में : 2/88
अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त हमे कहने सुनने से ज्यादा आमाल की तौफीक दे... अमीन